स्वर्ण रेखा के उद्गम स्थल के समीप हुआ वृहद वृक्षारोपण
पर्यावरण रक्षा के लिए हर स्तर पर प्रयास बढ़ाने की जरूरत है। पर्यावरण के बिगड़ने की गति बढ़ी है, जिससे मानव समाज के साथ पशु, पक्षियों, वनों एवं प्रकृति के प्रत्येक अंग के लिए विपरीत परिस्थिति बनी है। समय-समय पर पर्यावरण की रक्षा के लिए शासकीय व अशासकीय स्तर पर प्रयास होते हैं। ऐसे प्रयासों को और तेज करने की जरूरत है।
यह विचार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री पी सी गुप्ता ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व वनमंडल ग्वालियर के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को ग्राम रायपुर के नीम-वन के समीप और रामपुर डेम के पीछे स्थित स्वर्ण रेखा नदी के उद्गम स्थल आयोजित किये गये वृहद पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। इस मौके पर विभिन्न प्रजातियों के लगभग 3900 पौधे रोपे गए। जन, जल, जमीन, जंगल और जानवर के संरक्षण व संवर्धन के लिए चलाये जा रहे “पंच-ज” अभियान के अंतर्गत मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर संपूर्ण मध्यप्रदेश में पर्यावरण दिवस से लेकर स्वतंत्रता दिवस तक चलाए जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह सामूहिक वृक्षा रोपण कार्यक्र आयोजित किया गया ।
सामूहिक वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश श्री पी सी गुप्ता ने पौधा रोपा। साथ ही जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आशीष दवंडे, विशेष न्यायाधीश श्री प्रमोद कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री नितिन कुमार मुजाल्दा, जिला रजिस्ट्रार एवं अभियान के नोडल अधिकारी श्री नितिन कुमार मुजाल्दा, नगर निगम मजिस्ट्रेट श्री धर्म कुमार सहित जिला मुख्यालय के समस्त न्यायाधीश, वनमंडल अधिकारी श्री अंकित पांडे, जिला विधिक सहायता अधिकारी दीपक शर्मा, एसडीओ वन श्री मनोज जाटव, वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री सुखदेव शर्मा, दीपांश शर्मा, निरीक्षक धवल सिंह यादव व डिप्टी रेंजर कालीचरण चतुर्वेदी सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व वन विभाग के कर्मचारियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे।