वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान मेले के रजत जयंती वर्ष में 250 कलाकारों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम का सजीव चित्रण करने वाले महानाट्य का आयोजन होने जा रहा है, इस कार्यक्रम के आयोजक पूर्व मंत्री और कट्टर हिन्दू वादी नेता जयभान सिंह पवैया ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बलिदान मेले में राष्ट्रीय कवियों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत काव्य पाठ किए जाएँगे।
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान के समाधिस्थल के समक्ष हर वर्ष की भांति लगने वाले बलिदान मेले ने अपने 25 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं इस बार रानी लक्ष्मीबाई के झांसी के किले से शहीद ज्योति ग्वालियर लाई जाएगी जो यहाँ रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जिसे स्थापित किया जाएगा, जयभान सिंह पवैया ने बताया कि यह वर्ष वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई का 166 बलिदान वर्ष है 17 जून को विभिन्न संस्थाओं द्वारा राष्ट्रवाद को परिभाषित करती हुई झांकी और प्रदर्शनी लगाई जाएँगी, वहीं 18 जून को महानाट्य में घोड़े ऊँट समेत 250 पात्रों के साथ राष्ट्रगौरव की झलक नजर आएगी, वहीं मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मौजूद रहेंगे, भूमिपूजन के दौरान आयोजन स्थल पर तमाम साधु संतों ने शिरकत की भगवान की स्तुति और सम्पूर्ण विधि विधान के साथ वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई बलिदान मेला स्थल का भूमिपूजन साधु संतों के सान्निध्य में कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा पूर्व सांसद विवेक शेजवलकर, समेत सैंकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं मौजूदगी में किया गया।
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