मुरैना, मध्य प्रदेश: जिले के जौरा क्षेत्र में एक मकान में अचानक विस्फोट हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई और अफरातफरी में लोग अपने घरों से निकलकर भागने लगे। धमाके की आवाज दूर तक सुनाई दी और मकान के क्षतिग्रस्त टुकड़े बहुत दूर तक जाकर गिरे। जिस मकान में विस्फोट हुआ वह पूरी तरह जमीदोंज हो गया। रान करने वाली बात यह है मकान पुलिस थाने से कुछ ही दूरी पर था।
जौरा थाने के सामने वाली गली में 5 से 6 मकान हैं, वे हमेशा से ही पटाखों का कारोबार करते आ रहे हैं। और विस्फोट की यह घटना कोई पहली घटना नहीं है, इसमें हर साल विस्फोट होते आ रहे हैं, जिसमें पहले कई लोगों की जान जा चुकी है। जौरा पुलिस को अशोक खान के भाई शकील मंसूरी के घर पटाखों से भरे दो बैग भी मिले हैं। भारत पाकिस्तान युद्ध को देखते हुए लोगों में डर का माहौल बन गया। कुछ देर बाद धमाके का धुआं शांत हुआ, तब लोगों ने देखा तब पता चला कि पटाखे का स्टॉक रखा हुआ था, जिससे ये धमाका हुआ है।

आपको बता दें ऐसा ही एक धमाका पिछली साल हुआ था जिसमें कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। आए दिन ऐसे धमाके हो रहे हैं उसके बाद भी प्रशासन की तरफ से कभी ठोस कार्यवाही देखने को नहीं मिली। उन्हें जले की बात करें तो कई क्षेत्रों में पिछले एक साल के अंदर अवैध रूप से भंडार किए गए पटाखों में इस तरह के विस्फोट की घटनाएं हुई हैं।
इन पटाखे बनाने वालों के पास न तो कोई लाइंसेंस है न कोई रजिस्ट्रेशन हैं। उसके बाद भी पटाखे माफिया प्रशासन को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।आसपास रहने वाले मोहल्ले वालों का कहना है आए दिन ऐसे धमाके होते हैं। हमेशा जान जोखिम में डाल कर रहना पड़ता है। कई लोगों ने बताया कि हमने कई बार पुलिस से इसकी शिकायत भी की है, पर कोईं कार्यवाही नहीं होती।
अवैध रूप से भंडारण किए गए पटाखों में इस विस्फोट की घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है के मुरैना। जिले में किन किन क्षेत्रों में कितनी जगह पर अवैध रूप से पटाखों? का काम हो रहा है और जान लेवा अवैध कारोबार पर प्रशासन अंकुश क्यों नहीं लगा पा रहा है? जिस तरह से थाने से कुछ ही दूरी पर यहां अवैध भण्डारण हो रहा था वह इस बात की ओर भी इशारा कर रहा है कि अवैध पटाखों का कारोबार।पुलिस प्रशासन के संरक्षण में ही तो नहीं हो रहा है!
