डिजिटल डेस्क सूरत: सेक्स और वासना के आगे आज नैतिकता सामाजिक मूल्य और संस्कार किस तरह दम तोड़ रहे हैं। इसकी तमाम खबरें देश के तमाम दोनों से आप तक पहुंच रही हैं। कई सास दामाद के संग भाग रही है। कहीं महिला समधी के साथ भाग रही है। कहीं लड़की जीजा के साथ भाग रही है। तो कहीं पत्नियां अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवा रही हैं। और यकीन मानिये ऐसे जितने मामले खबरों में हैं शायद उससे ज्यादा मामले कहीं न कहीं समाज की अंधी गलियों में छुपे हुए हैं। ऐसा क्यों हो रहा है? उसकी वजह भी इस खबर के अंत में हम आपको बताएंगे।
जिस तरह से देश में है अजीबोगरीब घटनाएं हो रही हैं वैसे ही सूरत से एक और भी भयावह और हैरान करने वाली खबर आ रही है उस पर नजर डाल लेते हैं। क्योंकि यहां एक समझदार लड़की ने एक नाबालिग लड़के को अपनी हवस का शिकार बनाया है। एक 23 साल की ट्यूशन टीचर, जिसे बच्चों को ज्ञान बांटने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसी ने अपने 13 साल के नाबालिग छात्र को अपनी हवस का शिकार बना लिया। यह खबर सूरत में घटे केवल एक अपराध की नहीं, बल्कि उस मनोवैज्ञानिक और सामाजिक जटिलता की भी है, जो इस घटना और देश के तमाम कोनों में हो रही इस तरह की घटनाओं के पीछे छिपी है।

मामला तब सामने आया जब यह टीचर अपने 13 साल के छात्र को लेकर शहर छोड़कर भाग गई। चार दिन की तलाश के बाद पुलिस ने दोनों को जयपुर से अहमदाबाद जाते हुए पकड़ लिया। पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वह किसी के लिए भी रोंगटे खड़े करने वाला था। टीचर ने बिना किसी हिचक के बताया, “मैं पांच महीने की प्रेग्नेंट हूं, और यह बच्चा इसी छात्र का है।” उसने दावा किया कि दोनों पिछले दो साल से “प्यार” में थे और इसी वजह से वह छात्र को लेकर भागी थी। ज्यादातर मामलों में लड़के नाबालिग लड़कियों को लेकर भागते हैं लेकिन यह मामला बिल्कुल उल्टा है। लड़की बालिग भी है। समझदार भी है। और सबसे बड़ी बात एक शिक्षिका है।
छात्र ने भी पुलिस सामने हैरान करने वाले खुलासे करते हुए बताया कि उसका टीचर के साथ कई बार शारीरिक संबंध बना था। उसकी टीचर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाती थी। मेडिकल जांच ने इस बात की पुष्टि की कि नाबालिग छात्र पिता बनने में सक्षम है। अब पुलिस डीएनए टेस्ट के जरिए मामले की गहराई तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जांच में पता चला कि टीचर और छात्र का रिश्ता तब शुरू हुआ जब लड़का टीचर के घर ट्यूशन पढ़ने जाता था। यहीं से टीचर ने नाबालिग को अपने जाल में फंसाया। और कई बार शारीरिक संबंध बनाए। दो साल तक यह रिश्ता चला, और जब टीचर को अपनी प्रेग्नेंसी का पता चला, उसने भागने का फैसला किया। उसने छात्र से उसके कपड़े मंगवाए, नया बैग और सिम कार्ड खरीदा, और दोनों अलग-अलग शहरों के होटलों में ठहरते हुए फरार हो गए। टीचर का इरादा था कि वह किसी अनजान शहर में छात्र के साथ छिपकर नई जिंदगी शुरू करे।
पुलिस ने लेडी टीचर के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) एक्ट सहित कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। ज्यादातर मामलों में आपने देखा होगा कि पुरुष कम उम्र की लड़कियों के साथ तारीख संबंध बनाते हैं दुष्कर्म करते हैं और पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज होता है यहां लेडी टीचर बालिग है छात्र नाबालिग है। लेकिन यह घटना और इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर कर रही हैं हमारे समाज मे इतना सेक्सुअल पॉलूशन क्यों फैल चुका है। ऐसा, क्या गलत घट रहा है जो समाज को इस पतंग की ओर ले जा रहा है। एक शिक्षिका को चरित्र से मजबूत होना था लेकिन उसने अपने नाबालिग छात्र को ही अपनी हवस का शिकार बना लिया। शायद समाज की अन्य बंदिशों के चलते वह अपने किसी हम उम्र से प्रेम संबंध न बनाई पाई हो, और उसे सबसे सरल तरीका एक नाबालिग लड़के को फंसाने का ही लगा हो।

समाज में तमाम ऐसी घटनाएं यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि समय आ गया है कि हम सेक्स पर खुलकर चर्चा करें। जो घटनाएँ हो रही हैं उसके पीछे की मूल वजह जाने जो भी पुरुष या महिलाएं इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रही है उनके मनोविज्ञान को समझें। इस मामले में भी यह समझना जरूरी है एक लेडी टीचर की मनोदशा क्या रही होगी। क्या उसके पास कोई और विकल्प हो सकता था। या उसके पास कोई और विकल्प क्यों नहीं था! यह उसने शारीरिक संबंध बनाने के लिए एक नाबालिग छात्र को ही क्यों चुना? क्या हमारे समाज में युवक और युवती किसी मनोवैज्ञानिक विकार का शिकार तो नहीं हो रहे?