डिजिटल डेस्क: आधी रात को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकम्प ने तबाही मचा दी। तवाही का मंजर ऐसा है जो सालों तक लोगों के जहन में बना रहेगा। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में भूकंप की वजह से भारी नुकसान हुआ है। शुक्रवार को 7.7 की तीव्रता से आए भूकंप की वजह से म्यांमार और थाईलैंड में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा। इसके बाद भी भूकंप का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। म्यांमार में आधी रात को एक बार फिर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रात को 11 बजकर 56 मिनट पर म्यांमार में भूकंप आया है। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टल स्केल पर 4.2 दर्ज की गई है। इसका केंद्र म्यामांर के मांडले शहर के पास था। वहीं आधी रात को आए इस भूकंप के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार म्यांमार और उसके पड़ोसी देश थाईलैंड में शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इस भूकंप से ऊंची इमारतें, पुल और बांध नष्ट हो गए। इस भूकंप की वजह से म्यांमार में कम से कम 144 लोगों की मौत हुई है, जबकि 730 लोग घायल हैं।

वहीं थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत के ढहने का वीडियो सामने आया है। यहां भी कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर आए भूकंप की तीव्रता 7.7 दर्ज की गई और इसका केन्द्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। इसके बाद 6.4 तीव्रता का एक और शक्तिशाली झटका महसूस किया गया। इस घटना के बाद म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख ने शुक्रवार शाम को टेलीविजन पर लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भूकंप की घटना में कम से कम 144 लोग मारे गए और 730 अन्य घायल हुए।

वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि विश्व निकाय म्यांमार की अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील पर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। म्यांमार में भूकंप की वजह से पुल और मठ ढह गए और बांध टूट गया। खबरों के अनुसार मांडले में भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं, जिनमें शहर के सबसे बड़े मठों में से एक मा सोए याने मठ भी शामिल है, तथा पूर्व शाही महल को भी क्षति पहुंची है।