भोपाल, मध्यप्रदेश: प्रदेश के बजट सत्र के दौरान सोमवार को विधानसभा में कैग रिपोर्ट 2022 पेंश की गयी, इसमें सीएम कन्यादान योगना, संबल योजना, नलजल योजना सहित कई योजनाओं में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की बात सामने आयी है। इस पर ग्वालियर से विधायक सतीश सिकरवार ने कहा है कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। इससे पहले बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने कहा है कि 2024-25 औरे और 2025-26 के राजकोषीय घाटे में 20प्रतिशत का अंतर है। सरकार मध्यप्रदेंश की जनता को कितना कर्ज में डुबोयेगी? 31 मार्च 2026 तक 28 हजार 236 करकोड़ रूपये कर्ज का ब्याज हमें चुकाना होगा। राजकोषीय प्राप्ति आमदनी यानी बढ़ाने में भी सरकार फेल साबित हो रही है।

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मंडला में नक्सली एनकाउंटर का फर्जी बताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। मण्डला विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा है कि सरकार एनकाउंटर की जांच नहीं करा रही है। विधानसभा में अध्यक्ष ने भी हमारी मांग का अस्वीकार कर दिया। इस तानाशाही रवैये के विरोध में हमने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है। वहीं भाजपा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने कहा है कि स्पीकर ने साफतौर पर कहा है कि प्रतिवेदन आ जायेगा तो इस पर चचा्र करायेंगे। आज शाम तक वहां से जानकारी आ जायेगी। इसके बाद सरकार जवाब देगी, कांग्रेस मीडिया में छाने के लिये जबरदस्ती नाटक कर रही है।

उधर, सदन में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश संशोधन विधेयक पेश किया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी आज विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मऊगंज में एएसआई की हत्या और इंदौर में वकील-पुलिस झड़प पर कहा- मध्यप्रदेश कानून अव्यवस्था की राजधानी बन चुका है। भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुका है। पूरा देश मध्यप्रदेश की ओर देख रहा है।