नई दिल्ली: जनता को आने वाले कॉल्स की true यानी हकीकत बताने वाली कंपनी खुद कितनी true आधारित है इस बात की परतें अब खुलना शुरू हो गयी हैं। आज Truecaller के ऑफिस पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जांच की गई। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से Truecaller ऑफिस और उससे संबंधित कैंपस में तलाशी ली गई। स्वीडन बेस्ड Truecaller भारत सहित कई देशों में काफी पॉपुलर है। यह ऐप आपको उन कॉलर के नाम बताता था, जिनके नंबर आपके फोन में सेव नहीं होते हैं। जैसे अगर कोई अनजान नंबर से कॉल आ रहा है तो Truecaller App उस शख्स का नाम मोबाइल स्क्रीन पर दिखा देता है। इसके बाद आप उस कॉल को उठाने या ना उठाने के बारे में सोच सकते हैं।
अब हम आपको वह वजह बताते हैं जो इनकम टैक्स के इस रेड का कारण बनी लंबे समय से यह सूचना मिल रही थी ट्रू कॉलर कंपनी भारत में लागू कुछ नियमों का पालन नहीं कर रही है। कंपनी पर ट्रांसफर प्राइसिंग नियम के उल्लंघन का आरोप लगा है तथा इस मामले में इनकम टैक्स एजेंसियां जांच कर रही है। यह पहली बार हुआ है ट्रूकॉलर पर किसी तरह की कार्रवाई की गई हो हालांकि और अन्य एंगल से जांच की जाए तमाम कई खामियां भी सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
Truecaller App की सहायता से आप खुद को स्पैम और स्कैम से भी बचा सकते हैं। बता दें कि इस ऐप पर कुछ नंबर को स्पैम में रिपोर्ट करने का ऑप्शन होता है। ऐसे में अगर एक ही नंबर को कई लोग स्पैम रिपोर्ट कर देते हैं तो ऐप भी उसे स्पैम मान लेता है। इसके बाद जब उस नंबर से जब भी किसी को कॉल जाता है तो Truecaller उसे स्पैम नंबर बताता है। ऐसे में लोग खुद को स्पैम और फेक कॉल से बचा सकते हैं। स्विडिश ऐप Truecaller की शुरुआत Alan Mamedi तथा Nami Zarringhalam ने साल 2009 में की थी। वहीं अब वे डेली ऑपरेशन से हटने जा रहे हैं तथा जनवरी तक अपना पद छोड़ देंगे। अब उनकी जगह रिशित झुनझुनवाला पद संभालेंगे। बता दें कि रिशित झुनझुनवाला पहले से ही Truecaller App में प्रोडक्ट चीफ के तौर पर कार्यरत हैं। लेकिन उनके कार्यकाल के बीच में ही इनकम। टैक्स थी। यह रेड उनकी मुश्किलें भी बढ़ा रही हैं क्योंकि अब इस तरह की कार्रवाई उनके लिए एक चुनौती होगी। अब देखना होगा कि इनकम टैक्स की इस।रेड में और क्या खुलासे होते हैं…