ग्वालियर मध्य प्रदेश: प्रदेश में तमाम ऐतिहासिक पर्यटन स्थल होने के बावजूद भी पर्यटन के नक्शे पर मध्यप्रदेश को वह स्थान अभी तक नहीं मिल पाया है और इस बात को देखते हुए अब प्रदेश का पर्यटन विभाग प्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार करने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड इंटरनेट मीडिया इंफ्लूएंसर (प्रभावशाली व्यक्ति) और वीडियो प्रोडक्शन का सहारा लेगा। बोर्ड बकायदा टेंडर निकालकर ऐसी एजेंसी तलाश कर रहा है, जो देशभर के ऐसे इंटरनेट मीडिया इंफ्लूएंसर के नाम सुझाएं जिनकी पहुंच विशेष रूप से युवा वर्ग में हो। जो इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय होकर रील्स तथा वीडियो अपलोड करते हों। पर्यटन बोर्ड की अपर प्रबंध निदेशक गिरिशाह मुखर्जी ने इस बारे में बताया कि आजकल लोग ट्रेवल ब्लॉगिंग पसंद करते हैं और मध्य प्रदेश के भी ऐसे कई स्थान हैं जो सोशल मीडिया प्रोजेसेज के जरिए प्रचारित हो सकते हैं। इसलिए अब बोर्ड ऐसे इन्फ्लुएंसर्स की मदद से प्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार करेगा।
प्रदेश में अभी तक भोपाल में राजनीति, आरक्षण, गंगाजल-2 सहित कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। चंदेरी में स्त्री, स्त्री-2 शूट की गई थी। दतिया में सिटाडेल वेब सीरिज शूट की गई थी। ऐसे में पर्यटन बोर्ड का प्रयास है कि अब उन शहरों का ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए जहां पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं, लेकिन अभी तक लोग उनके बारे में कम जानते हैं। यहां तक पर्यटकों को लाने के लिए अब इंफ्लूएंसर का सहारा लिया जाएगा। पर्यटन बोर्ड ने प्रसिद्ध ट्रैवल ब्लागर हरीश बाली के साथ अनुबंध कर चार वीडियो तैयार कराए थे। इसमें चंदेरी, सांची, खजुराहो आदि पर्यटन स्थलों को दर्शाया गया था। इन्हें अच्छा प्रतिसाद मिलने पर अब बालीवुड की हस्तियों से भी संपर्क किया जा रहा है। बालीवुड अभिनेत्री एली अवराम ने मध्य प्रदेश आने पर सहमति जता दी है। इसके अलावा प्रदेश में अभी तक जिन-जिन फिल्मों की शूटिंग हुई हैं, उनके कलाकारों और निर्देशकों से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि वे मध्य प्रदेश के संबंध में अपने अनुभव साझा कर सकें।
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड ने ऐसे लोगों से अनुबंध के लिए इनके फालोअर के हिसाब से पांच श्रेणियां बनाई हैं। नैनो श्रेणी में 10 हजार, माइक्रो श्रेणी में 10 हजार से एक लाख, मिड टियर श्रेणी में एक से पांच लाख, मैक्रो श्रेणी में पांच से 10 लाख और मेगा श्रेणी में 10 लाख से अधिक फालोअर वाले इंफ्लूएंसर को शामिल किया जाएगा। इंफ्लूएंसर को पर्यटन बोर्ड की तरफ से संबंधित पर्यटन स्थल से जुड़ा इतिहास, संस्कृति आदि की स्क्रिप्ट व कंटेंट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद ये इंफ्लूएंसर इसका वीडियो बनाकर विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर मौजूद अपने अकाउंट पर अपलोड करेंगे। इन्हे व्लाग भी तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।