ग्वालियर मध्य प्रदेश: माता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (आरविएसकेविवि) के कुलगुरु डॉ प्रो. अरविंद कुमार शुक्ला को स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा वैश्विक स्तर पर शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में नामित किया है। कैलिफोर्निया स्थित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त अनुसंधान केंद्र और विश्वविद्यालय है, जो वार्षिक तौर पर वैज्ञानिकों की शीर्ष दो प्रतिशत सूची प्रकाशित करता है। स्टैनफोर्ड की यह सूची एक उभरती हुई रैंकिंग है, जो उन विद्वानों की पहचान करती है जो अपने-अपने क्षेत्रों में महारत रखते हैं। यह स्कोपस डेटाबेस के डेटा का उपयोग करके कई वैज्ञानिक क्षेत्रों और उपक्षेत्रों में (शोध) उद्धरण प्रभाव के विश्लेषण पर आधारित है। रैंकिंग उन विद्वानों पर विचार करती है जिन्होंने कई उच्च शोधपत्र पत्र प्रकाशित किए हैं। चयन निर्धारित करने के लिए सूची में उनके समग्र संकेतक (सी- स्कोर, स्व-उद्धरण के साथ और बिना) या उप-क्षेत्र में दो प्रतिशत या उससे अधिक रैंक के आधार पर शीर्ष वैज्ञानिक शामिल हैं। शिक्षाविद् एवं शोधकर्ता प्रो शुक्ला 2001 से अगस्त 2024 तक सॉयल साइंस में कई शोध व उदाहरण दे चुके है। विश्विद्यालय के प्रोफेसर, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने इस उपलब्धि पर डॉ शुक्ला को बधाई दी है। डॉ शुक्ला ने बताया कि विश्विद्यालय का मुख्य लक्ष्य अनुसंधान कार्यों को बढ़ावा देना है।
डा शुक्ला ने मृदा में पाए जाने वाले सूक्ष्म तत्वों पर किया ‘शोध-
डा अरविंद कुमार शुक्ला ने मृदा में पाए जाने वाले सूक्ष्म तत्वों पर शोध किया है।जिसके लिए उन्होंने देश भर के 674 जिलों की मिटटी पर ‘शोध किया और बताया कि किस जिले की मिटटी में क्या कमी और क्या अधिकता है।इसके अलावा एम्स हास्पिटल भोपाल के साथ मिलकर मिटटी का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव पर ‘शोध किया तथा मिटटी में पाए जाने वाले पोषक तत्व और किस फसल के लिए कौन से पोषक तत्व जरूरी है जिन्हें किस तरह से बढाया जा सकता है। इन सभी बिन्दुओं पर व्यापक स्तर पर शोध किया गया है। मिटटी में पाए जाने वाले सूक्ष्म तत्वों पर पहली बार है जब इतने विस्तृत रूप में शोध किया गया हो।