पन्ना मध्य प्रदेश: हर गरीब बदहाल यह सपना देखता है के कुछ न कुछ चमत्कार होगा और एक दिन उसकी किस्मत बदल जाएगी। और इसी आस में वह कुछ न। कुछ प्रयास करता रहता है और कुछ लोगों पर भगवान इतना मेहरबान होता है कि वास्तव में एक दिन उनकी किस्मत अचानक बदल जाती है और बदहाली के जीवन से निकल वह करोड़पति बन जाते हैं। ऐसा ही हुआ पन्ना जिले के एक गरीब मजदूर के साथ। जिसने हीरे खदान का पट्टा काफी समय से ले रखा था लेकिन अब उसे अचानक एक ऐसा बेशकीमती हीरा मिला जो उसकी और उसके परिवार की जिंदगी बदल देगा। यह अबतक का मध्यप्रदेश में मिला सबसे बड़ा हीरा है और इसकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है।
पन्ना जिले में आज एक गरीब मजदूर स्वामीदीन पाल को सरकोहा गांव की उथली हीरा खदान में 32.80 कैरेट वजन का दुर्लभ बेशकीमती हीरा मिला है। जेम क्वालिटी वाले इस हीरे की अनुमानित कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। हीरा धारक आज अपने परिवार के साथ जिला मुख्यालय में संयुक्त कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय पहुंचा। उसने हीरे का वजन करवाकर विधिवत कार्यालय में जमा करा दिया है। आपको बता दें कि हीरा की जमीन का पट्टा लेने वाले मजदूर और किसानों की किस्मत पहले भी कई बार बदल चुकी है और हीरा मिलने पर वह इसी तरह कार्यालय में जमा करवा देते हैं और बाद में उनको उनके हिस्से की रकम मिल जाती है।
खेतिहर मजदूर स्वामीदीन पाल ने बताया कि वह सरकोहा गांव में स्थित खुद की जमीन में चार माह पहले गर्मियों में हीरा खदान का पट्टा बनवाकर खुदाई शुरू की थी। उसे विश्वास था कि उसे बड़ा हीरा जरूर मिलेगा। ईश्वर ने भी आज 12 सितंबर का। दिन उसकी किस्मत बदलने के दिन के रूप में तय कर रखा था और दोपहर लगभग 12 बजे वह हीरा धारित चाल की धुलाई कर रहा था। उसी समय उसे यह हीरा मिला। इतना बड़ा बेशकीमती हीरा मिलने के बाद से उसका परिवार बेहद खुश है। उसका कहना है कि अब तक हमने कठिन जिंदगी जी है। हीरा मिलने के बाद सारे कष्ट व परेशानी दूर हो जाएगी।
पन्ना के हीरा विभाग का यह मानना है कि जेम क्वालिटी का यह बेहद दुर्लभ हीरा है, जिसकी बाजार में अच्छी डिमांड होती है। इस हीरे को आगामी हीरा नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा। गरीब खेतिहर मजदूर को मिले बेशकीमती हीरे की अनुमानित कीमत 2 से 2.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। हीरा अधिकारी के मुताबिक बीते 5 सालों में पन्ना की उथली हीरा खदानों से प्राप्त हीरों में यह सबसे बड़ा हीरा है, जो आयोजित होने वाली नीलामी में आकर्षण का केंद्र रहेगा। यदि हीरा अधिकारी की मानें तो ऐसे नायाब और दुर्लभ हीरे। के बिक्री के बाद इस गरीब किसान को करोड़ों रुपए मिल सकते हैं।