डिजिटल डेस्क: फिल्म निर्माता सुभाष घई ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया है, बल्कि राष्ट्र के समग्र विकास के लिए इस देश के लोगों की सोच में भी बदलाव ला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 11 साल पूरे होने से पहले, फिल्म निर्माता ने पुरानी यादें भी ताजा कीं और बताया कि कैसे उन्होंने 11 साल पहले ‘कांची’ फिल्म बनाई थी और एक बेहतर भारत की कल्पना की थी।
उन्होंने कहा, “11 साल पहले मैंने ‘कांची’ नाम की एक फिल्म बनाई थी। हमने उस फिल्म के क्लाइमेक्स के लिए एक गाना लिखा था, ‘सारे जहाँ से अच्छा, वो हिंदुस्तान कहाँ है?’। सवाल यह उठा कि ‘क्या यह वो देश है जो पूरी दुनिया से बेहतर है?’। उस समय निराशा का माहौल था। इसलिए हमें गाना लिखना पड़ा।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रगति को बहुत “सराहनीय” बताया। उन्होंने देश से बाहर जाने पर लोगों की सोच में आए बदलाव के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “मैं यह इसलिए कह सकता हूँ क्योंकि जब भी मैं विदेश जाता हूँ, तो हम भारतीयों को आज जो सम्मान मिलता है, चाहे वह अमेरिका हो, यूरोप हो या कोई और देश हो, हमें पहले नहीं मिलता था। पहले वे हमें ऐसे देखते थे जैसे हम किसी गरीब देश से हैं। गरीब लोग पढ़े-लिखे हैं। उन्हें कतारों में खड़ा रहने दो।”

उन्होंने कहा, “आज वे हमें सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। वे हमें उपभोक्ता के रूप में ही नहीं, बल्कि उत्पादक के रूप में भी देखते हैं। और इसीलिए आज हर क्षेत्र में जो प्रगति हुई है, उसके लिए हमारे प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को बहुत-बहुत बधाई।”
इसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार ने 2014 में बदलाव का वादा किया था, उन्होंने कहा, “उसके बाद एक नई सरकार आई, लोगों ने उस सरकार का विरोध किया, कहा, ‘आप इतना बदलाव क्यों चाहते हैं?’ जब हमारे प्रधानमंत्री मोदी आए, तो उन्होंने जो कहा, उससे मुझे एक बात समझ में आई। वह सिर्फ देश का विकास नहीं चाहते हैं। देश के विकास के साथ-साथ वह लोगों की सोच भी बदलना चाहते हैं। वह इस देश के राष्ट्रीय चरित्र को बदलना चाहते हैं। मुझे यह बहुत अच्छा लगा। फिर मैंने सोचा कि चलो इंतजार करते हैं” उन्होंने आगे कहा, “हमें एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जो भी यही सोचता है। मैं कहूंगा कि इन 11 सालों में जो कुछ भी मैंने देखा है और आपने भी देखा है, चाहे वह इंफ्रास्ट्रक्चर के स्तर पर हो, तकनीक के स्तर पर हो, रक्षा के स्तर पर हो या किसी भी अन्य स्तर पर हो, हर 3-4 साल के बाद आप विकास देखते हैं। आप एक शक्तिशाली सरकार देखते हैं। आप एक ऐसी सरकार देखते हैं जिसका विजन 5 साल का नहीं बल्कि 2047 का है। एक सरकार जिसके पास दूरगामी विजन हो, वह उसी तरह काम कर सकती है। मुझे बहुत खुशी है कि आज हमारा राष्ट्रीय चरित्र एक देशभक्त जैसा बन गया है”।

उन्होंने आगे कहा कि आज देशवासियों में देशभक्ति की भावना प्रबल हो गई है और देश किसी भी दुश्मन से लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “कोई भी दुश्मन हमें चुनौती नहीं दे सकता। आज हम सुरक्षित हैं। आज हमारी शिक्षा व्यवस्था में बदलाव आया है। बच्चों की सोच में बदलाव आया है। आज की सरकार इस देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, शीर्ष स्तर पर लाना चाहती है। जब मैं बच्चा था, हम 1947 में आज़ाद हुए थे। उस समय मैं सोचता था कि हम साइकिल चलाने वालों का देश हैं। यह एक गरीब देश था। एक सवाल था कि भारत एक गरीब देश है, जिसके पास भरपूर संसाधन हैं।”