डिजिटल डेस्क: अक्सर फिल्मों में आप देखते कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस तरह तरह का ड्रामा करती है और उस समय आपके मन में यही ख्याल आता है कि हकीकत ने पुलिस ऐसा थोड़े ही करती है। लेकिन ऐसा नहीं है जरूरत पड़ने पर हकीकत में भी पुलिस को ऐसा ड्रामा करना पड़ता है। और ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश पुलिस। का आ रहा है जिसमें हथियारों अपने तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में पूरा चाल रचा। और यकीन मानिए पुलिस को इस पूरे मामले में सफलता भी मिली।
मध्यप्रदेश पुलिस ने हथियार तस्करों को पकड़ने के लिए पंजाब के जालंधर में फिल्मी अंदाज अपनाया. थाना प्रभारी ने रिक्शा चालक और एक अन्य पुलिसकर्मी ने गन्ने का रस विक्रेता बनकर रेकी की। एक सप्ताह की मेहनत के बाद आरोपी जगविंदर सिंह को उसकी गर्भवती पत्नी के साथ अस्पताल जाते समय गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दूसरे आरोपी वीरपाल सिंह को भी पकड़ा गया. दोनों को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर एमपी लाया गया।

थाना जैतापुर प्रभारी और उनकी टीम ने पंजाब के जालंधर में एक सप्ताह तक भेष बदलकर निगरानी की और आखिरकार दो फरार तस्करों को धर दबोचा। इस दौरान एक पुलिसकर्मी रिक्शा चालक बना तो दूसरा गन्ने का रस बेचता नजर आया। 30 मई को खरगोन पुलिस ने दो हथियार तस्कर वीरपाल सिंह और जगविंदर सिंह को अवैध देसी पिस्टल और जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। लेकिन उसी रात दोनों आरोपी थाना जैतापुर से फरार हो गए. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया।
मध्यप्रदेश पुलिस को जानकारी मिली थी कि दोनों आरोपी आगरा-मुंबई हाईवे से होते हुए पंजाब पासिंग ट्रक में बैठकर फरार हुए थे. जानकारी के आधार पर पुलिस टीम जालंधर पहुंची। एक टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर तलाश शुरू की, जबकि दूसरी टीम ने भेष बदलकर आरोपियों की रेकी शुरू कर दी. थाना प्रभारी ने खुद रिक्शा चलाकर इलाके की निगरानी की, जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी गन्ने का रस बेचता रहा। यह भी जानकारी में आया कि आरोपी जगविंदर सिंह की पत्नी गर्भवती है और उसे अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस ने अस्पताल और उसके आसपास के मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी। जैसे ही जगविंदर अपनी पत्नी को अस्पताल ले जाते हुए स्टेशन रोड से गुजरा, टीम ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
