मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने पिछले एक साल में क्या कुछ नया किया है? और क्या कुछ ऐसा है जो शिवराज की दी हुई योजनाओं के भरोसे चल रहा है इसकी हकीकत जाने अनजाने कई बार सत्ता पक्ष के नेता ही बयां कर देते हैं। अभी हाल ही में सीहोर दौरे के समय पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो कुछ कहा वह वास्तव में हकीकत है। और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के लिए शिवराज सिंह सपना पूरा करने की जो बात कही वह भी हकीकत है। लेकिन इन सब बयानों के बीच एक प्रश्न खड़ा होता है के मध्यप्रदेश को किसने क्या दिया मध्य प्रदेश को देने के मामले में पलड़ा किसका भारी है शिव का या मोहन का?
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में अपनी यात्रा के दौरान कहा कि इधर-उधर कोई कयास मत लगाना मोहन। यादव मेरे मुख्यमंत्री हैं। हमारे कांसेप्ट क्लियर है मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं मेरे मन। में यही है कि मेरे से अच्छा काम मोहनयादव करें। मुझसे कई गुना बेहतर। मोहन यादव प्रदेश के लिए करें कर रहे हैं और हम उनके साथ हैं। वे मध्य प्रदेश के विकास के लिए पूरी मजबूती से मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के साथ खड़े हैं।विकसित भारत संकल्प यात्रा के बारे में मीडिया अटकलबाज़ी न करे।

पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय कृषि मंत्रिराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मो। यादव सीहोर में 113 करोड के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन करने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए जो। योजनाएं और विकास के कार्य शुरू किए थे उन्हें आगे भी लगातार जारी रखा जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जबलपुर के छपरा गांव में संदीपनी विद्यालय का लोकार्पण भी किया। संदीपनी विद्यालय से समझिए। यह वर्धमान मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव या उनकी सरकार की कोई योजना नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाए गए सीएम राइज स्कूल का ही बदला हुआ नाम है।
शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए कई जनहितैषी योजनाओं की शुरुआत की छात्रों। के लिए मेधावी छात्र जैसी तमाम योजनाएं स्कूलों की व्यवस्था बेहतर बनाने की योजनाएं उनके द्वारा शुरू की गई इसी तरह बच्चियों की सुरक्षा और जन्म लेने वाली बच्चियों को ये भविष्य के लिए भी। लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना शुरू की गई जिसका लाभ प्रदेश के कई लोगों ने अभी तक लिया है। इसी के साथ कृषि के क्षेत्र में भी शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए गए कार्य व। योगदान अविस्मरणीय हैं जिसके चलते मध्य प्रदेश को कई बार। राष्ट्रीय स्तर पर कृषि कर्मण पुरस्कार से भी नवाजा गया।
शिवराज सिंह चौहान ऐसी कई योजनाएं जनहित।के लिए मध्यप्रदेश में लागू करके गए। जिन योजनाओं से सबक लेके अन्य राज्यों ने भी उसी तरह की योजनाएं शुरू की। खासकर बालिकाओं और महिलाओं के सुरक्षा और विकास के लिए शिवराज सिंह चौहान ने जो। कार्य किए वह हमेशा मील का पत्थर साबित हुए एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी सफलता का कारण भी यही रहा और हर वर्ग के आमजनों के बीच में वह सर्व स्वीकार्य मुख्यमंत्री के रूप में अनवरत कार्य करते रहे। उन्हीं की तमाम योजनाओं का नतीजा रहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा लंबे समय तक सरकार में रही और लोकसभा में भी भाजपा को हमेशा अप्रत्याशित जीत मिली।
पिछले विधान सभा चुनाव से पूर्व भी शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं के उत्थान के लिए लाड़ली बहना जैसी ऐतिहासिक योजना शुरू की जिसका। लाभ प्रदेश की लाखों महिलाओं को अभी तक मिल रहा है और यही एक ऐसी योजना भी रही जिस से सबक लेते हुए अन्य राज्यों ने भी इसी प्रकार की योजनाएँ लागू की और अब बात करें मोहन। यादव सरकार की तो अभी तक मोहन। यादव सरकार ने ऐसी कोई भी योजना नहीं बनाई है जो इस तरह से सराही गई हो जिसने जनमानस के मन पर अमिट छाप छोड़ी हो। अभी तक मोहन सरकार केवल शिवराज सिंह चौहान के द्वारा चलाई गई योजनाओं को ही आगे बढ़ाकर अपनी पीठ थपथपा रही है।

अब शिवराज सिंह चौहान खुद ही कह रहे हैं कि कोई कयास मत लगाना? तो हम भी उनकी इस बात पर मुहर लगा। देते हैं और हम भी कोई कयास न लगाते हुए साफ शब्दों में कहते हैं कि मध्य प्रदेश में वर्तमान में ज्यादातर जन हितेश योजनाएँ जो चल रही हैं वह शिवराज सिंह चौहान की देन है और इसमें कोई कयास लगाने की कतई है। और मोहन सरकार अभी तक मध्यप्रदेश को ऐसी कोई भी महत्वाकांक्षी योजना नहीं दे। पाई है हां मोहन सरकार की उपलब्धि केवल यही है कि वह शिवराज सरकार की योजनाओं को जारी रखे हुए और इन? योजनाओं को जारी रखना मोहन सरकार की मजबूरी भी है क्योंकि इन्हीं योजनाओं के सहारे मोहन सरकार की नैया है आगे बढ़ रही है।