भोपाल मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश में 2023 में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जी बाड़े। की परतें लगातार खुल रही हैं और जैसे जैसे यह परतें खुल रही हैं चौंकाने वाले खुलासे भी हो रहे और साफ नजर आ रहा है व्यापमं।न पहले क्लीन था न अभी क्लीन है। जब मध्य प्रदेश में सरकारी भर्तियां कराने वाली संस्था का नाम व्यावसायिक परीक्षा मंडल था तब भी घोटाले होते थे और उस संस्था को खत्म कर नई संस्था बनाई गई और यह उम्मीद की गई कि मध्यप्रदेश में अब सब कुछ चंगा होगा और मेहनतकश युवाओं का हक नहीं मारा जाएगा। लेकिन यकीन मानिए नाम के बदले जाने के बावजूद भी हालात जस। के तस रहे हकीकत में कुछ भी नहीं बदला। और कर्मचारी चयन मंडल के नाम से भी वही सब फर्जी भाड़ा होता रहा जो व्यापम।में हो रहा था।
अभी हाल ही में जिस तरह से प्रतिदिन दिन से सिपाही भर्ती फर्जीबाड़े में नए-नए खुलासे हो रहे हैं उसमें साफ नजर आता है की अयोग्य होने के बावजूद कर्मचारी चयन मंडल की कमियों का लाभ उठाते हुए कुछ युवा पैसे के दम पर नौकरी हथिया लेते हैं और योग्य मेहनत का युवाओं का हक मारा जाता है। इस फर्जीवाड़े खुलासे में यह बात भी सामने आई है ही इन योग्य युवाओं की जगह पर बिहार से एक्सपर्ट सॉल्वर को बुलाया जाता था और उसके द्वारा यहाँ परीक्षा दिलवाई जाती थी और उसके भरोसे ही यह अयोग्य युवा सरकारी नौकरी हथिया लेते थे। इस पूरे फर्जीवाड़े में यह अयोग्य अभ्यर्थी लाखों। रुपया खर्च करते थे और बीच के दलालों के माध्यम से यह सॉल्वर भी लाखों रुपये कमाते थे।
श्योपुर पुलिस ने ऐसे ही एक सॉल्वर। रंजन कुमार को बिहार से गिरफ्तार किया है और इस सॉल्वर ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसका कहना है कि वह अकेला ही 9। ऐसे फर्जी अभ्यर्थियों की जगह पर लिखित परीक्षा दे चुका है। आगे और खुलासा करते हुए। सॉल्वर रंजन ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड टुडीला का रहने वाला अमिताभ बच्चन है जिसके बुकिंग के बाद ही वह यहां लिखित परीक्षा देने आता था। जब उसे यहां बुलाया जाता था तो हवाई टिकट के साथ रहने खाने की पूरी व्यवस्था भी अमिताभ द्वारा कराई जाती थी। सॉल्वर रंजन के कबूलनामें से साफ नजर आता है कि मध्यप्रदेश के अयोग्य और नाकारा फर्जी अभ्यर्थी बिहार के सॉल्वर के भरोसे ही सरकारी नौकरी हथिया रहे हैं।
सिपाही भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में जानकारी देते हुए श्योपुर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने भी तमाम खुलासे किए हैं। रंजन से पूछताछ के बाद उन्होंने बताया है कि इस फर्जीवाड़े के तार मध्यप्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश दिल्ली बिहार और छत्तीसगढ़ तक जुड़े हैं। बिहार से सॉल्वर रंजन को पकड़कर लाया गया है और उसे। रिमांड पर लिया गया है। रंजन ने 9 अभ्यर्थियों के नाम बताए हैं जिनमें हरि ओम। रावल मुरैना और इमरान खान ग्वालियर पहले से ही पुलिस की रडार पर हैं। अब बाकी अन्य बताएं नामों के फर्जी अभ्यर्थियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।
सिपाही भर्ती फर्जीवाड़ा की परतें अभी तो खुलना शुरू हुई हैं। और जिस तरह से लगातार नए नए अभ्यर्थियों के खुलासे हो रहे हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से सिपाही भर्ती फर्जीवाड़ा में बड़ा झोल चल रहा है। आपको बता दें कि इससे पूर्व भी जब यह भर्ती व्यापन द्वारा कराई जाती थी उस समय भी सिपाही भर्ती में बड़ा गड़बड़ झाला। हुआ था। उस समय भी तमाम कार्रवाई हुई थी लेकिन उसके बाद भी मध्यप्रदेश में सरकारी भर्ती कराने वाली संस्था जो पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल थी। और अब कर्मचारी चयन मंडल है। उसकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है और संस्था द्वारा छोड़े गए लूप होल का लाभ उठाकर यह फर्जी अभ्यर्थी योग्य और कुशल युवाओं का हक मार रहे हैं।