भोपाल मध्य प्रदेश: AIIMS भोपाल के डायरेक्टर डॉ अजय सिंह ने कहा कि कोविड का मौजूदा वेरिएंट न तो अत्यधिक घातक है और न ही जानलेवा. मध्य प्रदेश और इंदौर सहित अब तक सामने आए प्रदेश के सभी मामलों में काफी हल्के लक्षण देखने को मिले हैं और इन मरीजों को सामान्य दवाओं और उपचार के माध्यम से ही ठीक भी किया गया है। प्रदेश ही नहीं आस-पास के राज्यों में भी कोरोना लगातार पैर पसार रहा है और इसको लेकर आम लोगों में डर का। माहौल है। वहीं स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में जुट गया है लेकिन इस बीच सबसे बड़ा प्रश्न यह उठ रहा है कि यह नया वेरिएंट किस तरह से जनमानस?को प्रभावित करेगा और कितना खतरनाक होगा!
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के निदेशक डॉ. अजय सिंह ने कोविड के नए वेरिएंट, मामलों में इजाफा और अस्पताल की तैयारियों पर चर्चा करते हुए बताया कि आरएनए वायरस का म्यूटेशन होता ही है। हर वायरस में म्यूटेशन होता है और यही कारण है कोरोना का भी बार बार नया वेरिएंट आना कोई विशेष बात नहीं है हर वायरस अपने प्रोमोसोंस में जो कि आरएनए होता है उसमें परिवर्तन करता रहता है। इस साल जिस कोरोना वायरस की वजह से कोना फैल रहा है उस वेरिएंट में कुछ भी खतरनाक नहीं है। अभी मरीजों में पाया गया नया वेरिएंट ना तो बहुत घातक है और ना ही जानलेवा।

डॉ॰ अजय सिंह आगे आमजन को जागरूक करते हुए बताते हैं कि वर्तमान में फेल रहे कोरोना।के नए वेरिएंट से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन फिर भी यह एक महामारी है यह देखते हुए सुरक्षा के उपाय अपनाना भी जरूरी है। और स्वयं को इस वायरस के संक्रमण से दूर रखना भी जरूरी है हर आम जन। को इसके लिए प्रयास करना चाहिए।भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचना चाहिए। मास्क लगाना चाहिए अनजानी वस्तुओं को नहीं छूना चाहिए अपने हाथ सैनिटाइज करने चाहिए। जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है उन्हें वैक्सीन भी लगवा लेना चाहिए।
कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण के बारे में जानकारी देते हुए डॉ अजय सिंह ने बताया कि इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे हैं जिसमें गले में खराज हल्का बुखार, नाक बहना और शरीर में हल्का दर्द शामिल हैं। इस वैरिएंट से असर ज्यादा होने पर कभी कभी उल्टी के लक्षण भी देखे जा सकते हैं। यहाँ पर यदि नियमित उपचार से आपको आराम न मिले तो आपको विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। बिना चिकित्सकीय सलाह के अपना कोरोना टेस्ट न कराएं ना घबराए हैं यदि चिकित्सक सलाह। दे तभी टेस्ट कराएं और उसी सलाह के अनुसार आगे उपचार लें। घबराने की बिलकुल जरूरत नहीं है क्योंकि कोरोना। का यह नया वेरिएंट पहले के वेरिएंट के मुकाबले काफी कमजोर है।
