ग्वालियर मध्य प्रदेश: अपने परिवार के साथ बस में सवार होकर ग्वालियर आए एक यात्री का बस स्टैंड से गहनों से भरा बैग गुम हो गया। परिवार को पता ही नहीं था कि बैग कहाँ छूट गया या कौन उठा ले गया लेकिन जब परिवार को कुछ समय बाद पता चला कि उनका वह बैग गायब है जिसमें छह लाख रुपए से अधिक कीमत के जेवर रखे हुए हैं। तो परिवार के होश उड़ गए और आनन फानन में परिवार नजदीकी पड़ाव थाना पहुंच गया और बैग गुम होने की सूचना दर्ज कराई।
उत्तर प्रदेश के ग्राम बरहर ओरेया जिले के रहने वाले संदीप कुमार सिंह अपने परिवार के साथ इटावा से ग्वालियर बस स्टैंड पहुंचा था यहां उसे परिवार के साथ ट्रेन से ग्वालियर से खण्डवा जाना था। इस दौरान वे बस से सामान उतार कर वाहन की तलाश में जुट गए। कुछ समय बाद वह अपना सामान लेकर पत्नी, बहन और बच्चों के साथ रेलवे स्टेशन चले गए, लेकिन एक बैग वहीं सडक पर रह गया। रेलवे स्टेशन पहुंचने पर बैग गुम होने का पता चलते ही वह तत्काल बस स्टैंड पहुंचे और काफी तलाश किया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। जिसकी शिकायत यात्री ने पड़ाव थाने पहुंचकर पुलिस से की। यात्री के बैग गायब होने की सूचना मिलते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बस स्टैण्ड के आसपास के दुकानदारों से पूछताछ की तो बस स्टैण्ड के पास फालूदा का ठेला लगाने वाले युवक बनवारी कुशवाह के पास बैग रखा हुआ मिला।
फालूदा वाले बनवारी कुशवाह की नीयत साफ थी। वह बैग रखकर यह इन्तज़ार ही कर रहा था कि कोई न कोई जिसका बैग छूट गया है, वह वापस ज़रूर आएगा। उसने पुलिस को बताया कि बैग रोड पर रखा हुआ था। युवक के पास मिले बैग को पुलिस ने फरियादी को दिखाया तो उसने बैग और उसमें रखे सामान की तस्दीक की। फरियादी के गायब हुए बैग में कुछ नकदी सहित एक जोड़ी सोने के कान के टॉप, एक जोड़ी सोने के सुई धागा, दो सोने के हार कीमती लगभग 6 लाख का सामान रखा मिला। जिसे पुलिस अधिकारियों ने फरियादी यात्री को वापस लौटाया। इस मामले में 600000 के कीमती गहनों से भरा बैग। फरियादी के पास सुरक्षित पहुंच गया।इसमें पुलिस की तत्परता भी सराहनीय रही साथ ही सबसे बड़ा योगदान वह ईमानदार फालूदा वाला का रहा। क्योंकि यदि यही बैग किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में लग जाता जिसकी नीयत खराब होती, तो शायद पुलिस भी इस बैग को कभी नहीं ढूंढ पाती।
नगर पुलिस अधीक्षक अशोक जादौन, इस बारे में क्या कहते हैं। सुनते हैं..